जागो वैश्य जागो – 1

विभुरंजन बगैर एकजुटता की अपनी शान को बचाना संभव नहीं है। आन-बान-शान की रक्षा के लिए अब यदि एकजुट नहीं हुए तो आने वाले दिनों में आपकी दुर्दशा पर आंसू बहाने वाले कोई नहीं मिलेगें और इस दुर्भाग्य के लिए अपने पुर्वजों को कोसेंगे कि समय रहते एक होने के लिए हमें जागृत नहीं किया।
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