हनुमान जी ऐसे सेवक कि उनके ऋणी परमात्मा : रामखेलावन

 संग्रामपुर (मुंगेर) संवाददाता। दास प्रथा में सर्वोत्तम भक्त भगवान के श्री चरणों का अभिलाषी होता हैं। श्री हनुमान जी की प्रथम दृष्टि भगवान के चरणों पर पड़ी तो हनुमान जी ऐसे सेवक बनें की परमात्मा उनके ऋणी बन गए। उपरोक्त विचार प्रखंड के नवगाई स्थित पुरानी काली मंदिर के प्रांगण में आयोजित कार्तिक महात्म्य के
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