सरकारी उदासीनता के खिलाफ शाररिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक हुए गोलबंद

सरकारी उदासीनता के खिलाफ शाररिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक हुए गोलबंद

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-काला बिल्ला लगा सरकार के विरोध में किया हल्ला बोल प्रदर्शन

-वेतमान में विसंगतियों को लेकर शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक ने काला बिल्ला लगाकर जताया अपना विरोध

कुंदन राज ब्यूरो प्रभारी।
भागलपुर। एक तरफ जहां पूरा देश विश्व योग दिवस को लेकर तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित कर स्वस्थ जीवन, स्वस्थ भारत मिशन अभियान के साथ योग क्रिया को अपनाने की बात कह रही है तो वहीं दूसरी तरफ स्थानीय सैंडिस कम्पाउंड मैदान में स्थित योग स्थल पर विद्यालय स्तर पर बच्चों को योग की शिक्षा देने वाले नवनियुक्त शारीरिक अनुदेशक शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल प्रदर्शन किया। इस दौरान योग शिक्षा के पद पर नियुक्त शिक्षा अनुदेशकों ने अपने-अपने हाथों में अपनी मांग की तख्त व पोस्टर व तख्तियां लेकर सरकार की दोहरी नीति का जमकर विरोध किया। इस दौरान उन्होंने एक स्वर में कहा कि सरकार हम योग शिक्षाक के विरुद्ध उदासीन बनी हुई है। जिससे योग शिक्षक के पद पर बहाल शिक्षक के बीच आर्थिक संकट की स्थिति बन गई है। ज्ञात हो कि सरकार विद्यालय के बच्चों के बीच योग शिक्षा को बढ़ावा देने के मद्देनजर शारीरिक शिक्षकों की बहाली की थी। जिसके लिए योग शिक्षाक को शुरुआत में आठ हजार रुपये का वेतनमान निर्धारित किया गया था, बहाली के कई वर्षों भी वेतन में वृद्धि नहीं की है जिससे बढ़ती महंगाई के बीच इन शिक्षकों को आर्थिक संकट के साथ-साथ अन्य समस्या से परेशानी हो रही है। वहीं दूसरी तरफ अपनी आर्थिक समस्या को लेकर उनके पारिवारिक पर जीविका का संकट गहरा गया है।
ज्ञात हो कि सरकार द्वारा जिला स्तर पर कई तरह से शिक्षा नीति को सुदृढ़ बनाने की दिशा में कई तरह-तरह के दाबे किये जा रहे हैं तो वही दूसरी तरफ योग शिक्षकों की दशा को देखने वाला कोई भी नही है, ऐसा प्रतीत होता है की शारीरिक शिक्षा की बात साल के ऐसे मौके पर ही पेशकश करने की परंपरा बन गई हैं। जबकी वास्तविक रूप से इसकी हकीकत कुछ और ही सामने दिखती हैं। वही नवनियुक्त शारीरिक शिक्षकों ने कहा कि हमें पहले के शारीरिक शिक्षक में समायोजित करते हुए वह तमाम सुविधा के साथ ही सामान्य वेतन भत्ता का लाभ दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज के महंगाई में विगत दो साल से हम योग शिक्षक 8 हजार के मानदेय पर कार्यरत हैं। सरकार से हमारी मांग है कि हम जिस आर्थिक संकट का दंस झेल रहे हैं उसे दूर कर वेतनमान को सामान्य तौर पर लागू करे, जिसे लेकर आज हम लोग काला बिल्ला लगाकर योग के माध्यम से सरकार को एक सूचना देना चाहते हैं कि हम लोग जल्द ही अपनी मांगों को लेकर सड़क पर उतरने को बाध्य हो गये है। साथ ही उन्होंने कहा कि अपनी मांगों को लेकर हमारा संघर्ष लगातार जारी रहेगा।

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