Charchaa a Khas
डॉ.शब्बीर हसन और हीरा प्रसाद हरेन्द्र की दी श्रद्धांजलि
बरियारपुर (मुंगेर) संवाददाता। आर. डी. एण्ड डी. जे. काॅलेज, मुंगेर विश्वविद्यालय मुंगेर के अवकाश प्राप्त प्राध्यापक शिक्षाविद्, साहित्यकार, समालोचक व जाने माने राजनितिज्ञ प्रोफेसर डॉ शब्बीर हसन एवं जाने माने साहित्यकार, अंगिका कवि, अंग शिरोमणि कविवर हीरा प्रसाद हरेन्द्र की आकस्मिक निधन पर एक शोक सभा का आयोजन प्रगतिशील बुद्दिजीवी साहित्य मंच के बैनर तले मंच के अध्यक्ष साहित्यकार संजीव प्रियदर्शी के निवास स्थान कुमारपुर के प्रांगण में किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कथाकार संजीव प्रियदर्शी ने की तथा संचालन क्रांतिकारी कवि नागेश्वर नागमणि व शत्रु आर्या ने संयुक्त रूप से की। कार्यक्रम में बोलते हुए शायर शशि आनंद अलबेला ने कहा कि शिक्षावद् प्रोफेसर डॉ. शब्बीर हसन साहब एवं अंग शिर मौर्य कवि हीरा प्रसाद हरेन्द्र का आकस्मिक निधन साहित्य जगत् के लिए अपूर्णीय क्षति है। जिसकी पूर्ति निकट भविष्य में असंभव है। कार्यक्रम में बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि प्रोफेसर शब्बीर हसन साहब शिक्षाविद के साथ – साथ साहित्य एवं राजनीति के ऐसे ध्रुव तारा थे जिनकी कमी सदियों तक साहित्य परिवार एवं राजनीति परिक्षेत्र में खलती रहेगी। वहीं वक्ताओं ने कहा कि अंग क्षेत्र के जाने माने अंगिका कवि व अंग शिर मौर्य कविवर हीरा प्रसाद हरेन्द्र की आकस्मिक निधन अंगिका साहित्य व अंग जनपद के लिए अपूर्णीय क्षति है। ज्ञात हो कि करीबन दर्जनभर पुस्तकों को उन्होंने साहित्य जगत को समर्पित किए, उनके द्वारा लिखी गई कई पुस्तकें भागलपुर विश्वविद्यालय में पाठकों के बीच उपस्थित है, जो भविष्य में अंगिका के छात्र एवं छात्रओं के लिए काफी उपयोगी साबित होगी। शोक सभा में जिन जिन वक्ताओं एवं शुभचिन्तको ने अपना – अपना श्रद्धा सुमन अर्पित किए वो इस प्रकार हैं – सर्व वरिष्ठ कवि नरेंद्र प्रसाद मंडल, गीतकार कैलाश मंडल, हास्य कवि शत्रु आर्या, वरिष्ठ कवि सह पत्रकार डा॰ विभुरंजन। कार्यक्रम के अन्त में दोनों महान आत्माओं के प्रति दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धा सुमन अर्पित की गई तथा परम पिता परमेश्वर से प्रार्थना की गई कि इनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।