Charchaa a Khas
कुंदन राज (भागलपुर ब्यूरो)।
भागलपुर। जिले भर में एक अनोखी बिमारी पनप रहा है, दरअसल विगत दिनों पूर्व चमकी बुखार का लक्षण देख एक बच्चे को शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. आर के सिन्हा के निजीक्लीनिक में भर्ती किया गया था, जहां चिकित्सक ने ईलाज के दौरान मरीज के काले रंग को देखते हुए, एक अजीब सी बिमारी का अनुमान लगाया। गौतलब हो की चिकित्सक डॉ. सिन्हा पूर्व में जेएलएनएमसीएच के एच.ओ.डी. रहे हैं, और लम्बे समय से शिशु रोग में बेहतर चिकित्सा सेवा दे रहे है।
उन्होंने कहा की मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने अपने खर्चे पर गोपालपुर निवासी रिंकू कुमार दास के 2.5 वर्षीय पुत्र लव कुमार के गहरे काले रंग के कारण उसकी जांच की। जहां जांच के बाद बच्चे को अजीब बिमारी होने की बात सामने आई। उन्होंने कहा की इस बिमारी को उनकी भाषा में कार्बन बेबी सिंड्रोम कहा जाता है। डॉ. सिन्हा के मुताबिक आमतौर पर इस बिमारी मेलानिन की कमी होने के कारण शरीर की पूरी त्वचा काली होने लगती है, साथ ही उन्होंने कहा है कि यह एक दुर्लभ बिमारी है, जो दस लाख व्यक्तियों में किसी दो व्यक्ती को ही होता है।
इसी को लेकर कहा कि कार्बन बेबी सिंड्रोम के तीन मरीज उनके ही अस्पताल में आए हैं। जिसमें दो मरीज दस वर्ष पूर्व आए थे। डॉ. सिन्हा ने कहा कि इस बिमारी मेलानिन स्टिमुलेटिव हार्मोन का टेस्ट किया जाता है। जांच काफ़ी महंगा होने के कारण मरीज इसके जांच को कराने में सक्षम नहीं हो पाते हैं, उक्त बीमारी को लेकर अभी तक इससे बचाव का तरीका पता नहीं चल पाया है। वहीं मरीज अब तक इस बिमारी से ग्रसित हैं।