Charchaa a Khas
अधिवक्ता राहुल यादव
पटना। संयुक्त किसान मोर्चा बिहार के घटक संगठन की एक आवश्यक बैठक टेलीग्राफ कॉलोनी में संपन्न हुई। 2 एवं 3 जनवरी 2023 को आयोजित होने वाले राज्य स्तरीय किसान कन्वेंशन, सम्मान समारोह की तैयारी को लेकर राम जतन यादव के अध्यक्षता में बैठक संपन्न हुई।
जिसमें राम जतन यादव ने प्रगति रिपोर्ट रखी। किसान नेता जवाहर निराला ने कहा राज्य स्तरीय किसान कन्वेंशंस, सम्मान समारोह में राज्यभर के किसान प्रतिनिधि जुटेंगे जिसमें किसान आंदोलन की रणनीति पर विस्तार से चर्चा होगी। आंदोलन और तेज कैसे किया जाए इस पर भी विचार किया जाएगा।उन्होंने कहा कि नीतीश सरकार ने वर्ष 2006 में बाजार समिति को षडयंत्र के तहत भंग कर दिया और वर्ष 2006 से 2022 के बीच बिहार के किसानों को कम से कम 8 लाख करोड रुपए का नुकसान हुआ है। बिहार में हर परिवार को कम से कम 6 लाख रुपए का नुकसान हुआ है जिसके कारण बिहार के किसान कर्ज में डूबे हुए हैं। भ्रष्टाचार व अधिकारी से मिली भगत एवं व्यापारी से सांठगांठ करके फर्जी किसान के नाम पर सरकारी राजस्व को चूना लगाया जा रहा है और जो सही किसान हैं उसके उत्पाद को खरीदने – बेचने की सुविधा नहीं है। दूसरे माध्यमों से खरीद होती भी है तो समय पर भुगतान नहीं किया जाता है। बैठक में खाद-डीएपी की खुली लूट और किल्लत, धान आदि फसल की लूट और बढ़ती मंहगाई , निजीकरण आदि जनसमस्याओं के बारे में चर्चा हुई ।हमारी खेती घाटे का सौदा बन गई है। दूसरे राज्यों में जाकर प्रवासी मजदूरों के रूप में काम करने को मजबूर होना पड़ रहा हैं। बिहार के सभी जिलों व प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर संयुक्त किसान मोर्चा का गठन किये जाने का निर्णय लिया गया। प्रमंडल स्तर पर कन्वेंशनल किये जाने, सभी जिलों में किसान महापंचायत लगाने का निर्णय लिया गया। इसके लिए राज्य स्तर पर रथयात्रा निकालने एवं पटना गांधी मैदान में विशाल महापंचायत लगाने पर भी विचार किया जाएगा बिजली बिल करने, सभी पैदावार को एम.एस.पी. कानूनी गारंटी हो, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चालू हो, दूध उत्पादक को प्रति लीटर दूध पर ₹ 10 सब्सिडी सहित स्थानीय अन्य मुद्दे एवं राज्य कमेटी, राज्य परिषद कमेटी के गठन करने का भी निर्णय लिया जाएगा। बैठक में राम जतन यादव, जवाहर निराला अध्यक्ष किसान संघर्ष समिति बिहार, एडवोकेट राहुल कुमार महासचिव किसान संघर्ष समिति बिहार, लल्लन यादव, डॉ. विनय सिंह सहित दर्ज़नों किसान प्रतिनिधि उपस्थित थे।