Charchaa a Khas
अस्पताल परिसर में ब्लड के दलालों का अस्पताल के चंद कर्मियों के सहयोग से फलफूल रहा कारोबार
भागलपुर ब्यूरो (कुंदन राज)।
भागलपुर। इन दिनों पूर्वी बिहार के सबसे बड़े अस्पताल जेएलएनएमसीएच अस्पताल के ब्लड बैंक में लोगों के जीवन रक्षा के लिये विचौलियों और दलालों का खून खरीद बिक्री का कारोबार धड़ल्ले से फल फूल रहा है, जिसे रोकने में अस्पताल प्रशासन व स्थानीय थाना नाकाम साबित हो रहा है, ऐसा कहा जा रहा है एक बार खून देने में खून के दलालों को 25 सौ से 3 हजार रूपए की कमाई होती है, जिसको लेकर दलाल जरूरत मंद मरीजों के परिजनों से मोटी रकम बसूल करते हैं, वही मोटी रकम की लालच में आकर नशेड़ी व गलत कारोबार में फंसे युवक को उक्त दलाल की निगरानी में ब्लड डोनेट करवाने के साथ जरूरत मंद को मुहैया कराया जाता रहा है, वही इस कारोबार में नशेड़ी युवक अपना ब्लड को नशे के पैसे जुटाने के लिए उक्त दलाल के चंगुल में आ जाते हैं और हर 2 महीने पर अपना खून बेचने पहुंच जाते हैं। वही कुछ युवक पुनः ब्लड को डोनेट करने के लिए दलाल के सहयोग से ब्लड बैंक पहुंचा था। जिसे ब्लड बैंक में कार्यरत स्टाफ नर्स सोनी के द्वारा पहचान लिया गया और वहीं मौजूद सुरक्षा गार्ड कर्मियों के सहयोग से पकड़ लिया गया है। वही ब्लड बैंक पहुंचे तीनों युवक ब्लड खरीद बिक्री करने वाले कई दलाल के नुमाइंदे के रूप में पहचान की, वही पूछताछ के क्रम में गिरफ्त में आये तीनो युवक नाथनगर थाना क्षेत्र के बड़ी मस्जिद के मो. रिजलूल रहमान के पुत्र मो. हारुन अंसारी, मधुसुदनपुर थाना क्षेत्र के नूरपुर के संजय कुमार साह के पुत्र रोहित कुमार और इसाकचक थाना क्षेत्र के इस्लामनगर के मो. आसिफ के पुत्र मो. अमन के रूप में बताया गया है। वही गिरफ्त में आये तीनो युवकों ने ब्लड बेचने का अपना अपराध कबूल किया कि वह दलाल के चक्कर में फस गए थे, जिसके द्वारा खून देने के बदले में 25 सौ रुपये दिये जाते थे, फिलहाल अभी दलाल पुलिस के गिरफ्त से बाहर हैं लेकिन दलालों की गिरफ्तारी के लिए बरारी थाना पुलिस मायागंज क्षेत्र इलाके में दबिश देने के साथ छानबीन करने जुटी हुई है। वही अस्पताल के सुरक्षा कर्मियों ने बरार पुलिस के हवाले कर दिया है, वही मामले की सूचना मिलते ही बरारी थाना की गस्ती पुलिस मौके पर पहुंचकर सभी युवको को हिरासत में लेते हुए थाना लेजाया गया, जहां पुलिस युवकों से अन्य जानकारी को लेकर पूछताछ कर रही है।