Charchaa a Khas
पटना 4 दिसंबर, 2022
युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता सह मीडिया प्रभारी अरुण कुमार यादव ने पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी के बयानों पर पलटवार करते हुए सुशील मोदी से पूछा कि पिछले नीतीश सरकार में 14 साल से अधिक भाजपा कोटे के क्रमशः चंद्रमोहन राय, नंदकिशोर यादव, अश्विनी चैबे और मंगल पांडे स्वास्थ्य मंत्री रहे फिर भी बिहार के अस्पतालों में 51 फीसदी तक डॉक्टरों की कमी क्यों रही?
श्री यादव ने कहा कि अगर बिहार के अस्पतालों में 51 फीसदी डॉक्टरों की कमी थी तो उस कमी को भाजपा कोटे से रहे स्वास्थ्य मंत्री ने पूरा क्यों नहीं किया? कई वर्षों से 750 से अधिक डॉक्टर छुट्टी पर हैं और वेतन भी पाते रहे थे ऐसे डॉक्टरों पर भी भाजपा कोटे के स्वास्थ्य मंत्री ने किसी प्रकार की कोई कार्रवाई क्यों नहीं किया? सुशील मोदी बताए इसके लिए कौन दोषी है? इससे साफ स्पष्ट होता है कि पिछली सरकार में रहे भाजपा कोटे के स्वास्थ्य मंत्री ने बिहार के स्वास्थ्य व्यवस्था को बर्बाद कर दिया।
श्री यादव ने कहा कि उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव के तत्परता के कारण स्वास्थ्य विभाग में मिशन-60 के तहत बिहार के सभी जिला अस्पतालों से लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आमूलचूल परिवर्तन दिखने लगा है। बिहार में पढ़ाई, लिखाई, दवाई, सिंचाई, कमाई, सुनवाई और कार्रवाई वाली सरकार है। हर मोर्चो पर बिहार सरकार बेहतर काम कर रही है।