Charchaa a Khas
संवाददाता
नाथनगर (भागलपुर)। चंपानगर नरगा चौक स्थित बुढ़िया काली स्थान के पास विद्युत उपभोक्ता संघर्ष समिति के बैनर तले एक आम सभा बुलायी गयी। सभा के दौरान घरेलू विद्युत उपभोक्ता संघर्ष समिति ने इस दौरान आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार बुनकरों व गरीब परिवार के बीच विधुत विभाग की मनमाने तरीके से बिल जारी करने के साथ दबंगों के साथ मिलकर वसूली अभियान पर रोक लगाये। वही इस सभा में उपस्थित उपभोक्ताओं ने कहा कि विद्युत को लेकर आंदोलन सभी मिलकर लड़े और उक्त बकाया मामले को लेकर बताया कि विगत 1986 में डीएसपी मेहरा कांड भी लोगों को याद होगा की कैसे बुनकरों के पास पहले का बकाया राशि को आंदोलन के माध्यम से सरकार व स्थानीय प्रशासन को अवगत करवाया था। जिसमें सरकार द्वारा विद्युत बकाया राशि माफ कर लोगों को राहत देने का काम किया था। वही इस दिशा में पुनः विभाग उपभोक्ताओं के साथ वही दोहराने का कार्य कर रही हैं, उपभोक्ताओं के जो वास्तविक करंट नया बिल जारी करें और उसे सभी बुनकर उपभोक्ता भुगतान करने के लिए तैयार है। किसने की साढ़े चार सौ करोड़ रूपया बुनकर उपभोक्ताओं के नाम बकाया बिल जारी की उन गलत लोगों के ऊपर विभागीय स्तर से कार्यवाही करने के साथ गलत बिलिंग को सुधार के साथ माफ करने का कार्य करें, अन्यथा विभाग के विरुद्ध दमनकारी नीति अपनाया जायगा। यह गरीबी परिक्षेत्र स्थल है।
एक से 12 वार्ड तक दलित महादलित क्षेत्र है, और पिछड़ा और अति पिछड़ा और गरीब और लोग यहां पर बसर करते हैं। यह क्षेत्र में छः महीना बाढ़ का समय रहता है। विभागीय दमनकारी नीति के खिलाफ और गरीब लोग को तंग करने के लिए बार-बार उगाई का काम चल रहा है, जो ग्रामीण लोग नहीं बर्दाश्त कर रहे हैं। वही इस दौरान ग्रामीण उपभोक्ता ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि हम लोग बैठने वाले नहीं है हम आंदोलन करेंगे। हमें पता है आंदोलन सही दिशा में कर रहे हैं, सभी बुनकरों के लिए लड़ाई जीते हैं, और घरेलू उपभोक्ता के लिए भी जीतेंगे। सरकार को उपभोक्ताओं की मांग को मानने के लिए बाध्य कर दूंगा। इसीलिए घरेलू उपभोक्ता करंट बिल इसे माफ किया जाए यह चेतावनी के साथ विद्युत विभाग के फैसले का इंतजार करता हूं। वह ग्रामीणों के घर पर आए और करंट बिल लेकर जाए, जब तक काम नहीं होगा, तब तक हम लड़ाई लड़ेंगे, शांति समिति के सचिव महामंत्री देवासी बनर्जी के साथ दर्जनों उपभोक्ता के साथ आम सभा में शामिल हुए।