वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रामीण विकास, नगर विकास व श्रम संसाधन विभाग की कई योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास
वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रामीण विकास, नगर विकास व श्रम संसाधन विभाग की कई योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास
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लालू-राबड़ी शासनकाल पर नीतीश ने कसा तंज, बोले- कुछ नहीं होने वाला बयानबाजी से
पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से ग्रामीण विकास, नगर विकास व श्रम संसाधन विभाग की कई योजनाओं का उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। इस मौके जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी योजनाओं की चर्चा के क्रम में सीएम नीतीश ने लालू-राबड़ी शासनकाल पर तंज कसते हुए कहा कि पहले क्यों नहीं करवाते थे पौधरोपण? कभी इसका आंकलन कराया भी गया था क्या? बिहार में हरित आवरण की क्या स्थिति है? बिहार में पर्यावरण संरक्षण के लिए जो काम हो रहा है उस पर संयुक्त राष्ट्र में भी चर्चा है। सीधे राज्य से संपर्क कर उन लोगों ने इस बात पर करने की इच्छा जतायी है। बिहार में पर्यावरण संरक्षण को चल रहे काम की चर्चा दुनिया भर में जाएगी। नीतीश ने कहा कि तालाब के किनारे जो बसे है उन्हें दूसरी जगह बसाने के लिए सरकार मदद कर रही है। क्या तालाब का जीर्णोद्धार जरूरी नहीं है? ऐसा नहीं है कि गरीब-गुरबा को हमलोग ऐसे ही हटा देंगे। बहुत लोग एक इश्यू को हाईलाइट कर शुरू हो जाते है पर बयानबाजी से कुछ नहीं होने वाला है। लोगों की जीवन की रक्षा के लिए पर्यावरण सुरक्षा पर काम हो रहा है। जो भी काम संभव है उसकी योजना बना दी है और मिशन मोड में काम चल रहा है। हम सभ लोगों के हित में काम कर रहे है।
सीएम नीतीश ने आगे कहा कि वह चाहते है कि सभी प्रमंडलीय शहरों में एक फेज में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर शुरू कर दिया जाए। ठोस व तरल कचरा प्रबंधन की दिशा में भी तेजी से काम करना है। इंदिरा आवास के तहत अधूरे पड़े आवासों की चर्चा करते हुए कहा कि पहले इंदिरा आवास मद में कम राशि मिलती थी। वर्ष 2010 के अप्रैल तक यह अधिकतम 35 हजार तक गयी। उनकी सरकार ने यह निर्णय लिया कि अप्रैल 2010 के पहले जिन लोगों को राशि मिली पर वे आवास नहीं बना पाए, उन्हें पचास हजार रुपए की सहायता और दी जाएगी। इस राशि से वे अधूरे घर का निर्माण पूरा कर पाएंगे और शौचालय भी बना सकेंगे।