एसिड पीने से बाल कैदी की चिकित्सा के दौरान हुई मृत्यु

एसिड पीने से बाल कैदी की चिकित्सा के दौरान हुई मृत्यु

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परिजनों ने कहा जेल प्रशासन के विरुद्ध जायेंगे मानवाधिकार कोर्ट

भागलपुर ब्यूरो।

भागलपुर। जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल के मेडिसीन विभाग में सस्पेक्टेड एसीड मामले में एक विचाराधीन कैदी 16 वर्षीय रौशन भारद्वाज पिता पंकज कुमार सिंह साकिन हशनपुर लखीसराय की इलाज के दौरान मृत्यु होने की पुष्टि चिकित्सक द्वारा की गई। वहीं उक्त कैदी की मृत्यु की सूचना मिलते ही खगड़िया केंद्रीय कारा प्रशासन द्वारा जिला प्रशासन को लिखित आवेदन के माध्यम से कागजी प्रक्रिया के साथ-साथ पोस्टमार्टम प्रक्रिया शुरू किये जाने को लेकर प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी की मांग की गयी है। इस मामले को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा जारी पत्र के आलोक में नाथनगर बीडीओ अंतिमा कुमारी को दंडाधिकारी के रूप में मृतक कैदी के पोस्टमार्टम प्रक्रिया के लिए प्रतिनियुक्त किया गया। बीडीओ अंतिमा कुमारी द्वारा मृतक कैदी 16 वर्षीय रौशन भारद्वाज पिता पंकज कुमार सिंह साकिन हशनपुर लखीसराय का मौजूद पुलिस कर्मियों के बयान दर्ज कर पोस्टमार्टम प्रक्रिया के तहत कागजी कार्रवाई पूरी करने के साथ मृतक कैदी के शव को नवलखा लेजाया गया। जहां बीडीओ व चिकित्सक की मौजूदगी में मृतक कैदी के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद जेल प्रशासन द्वारा उसके शव को खगड़िया ले जाया गया, जहां से कागजी प्रक्रिया के बाद शव के अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को सौप दिया जायेगा। मामले को लेकर बताया जा रहा है कि खगड़िया केंद्रीय कारा में बंद विचाराधीन कैदी की एसिड पीने के बाद स्थिति बिगड़ गयी थी इसके बाद जेल अस्पताल के चिकित्सक द्वारा बेहतर इलाज के लिए मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गयी। ज्ञात हो कि जेल के अंदर बंद विचाराधीन कैदी की हुई मौत से पूरे जेल प्रशासन के कार्यशैली पर एक सवालिया चिन्ह उभर रहा है। जहां कैदी को जेल के अंदर प्रवेश कराने के पूर्व उनकी कड़ी जांच की जाती हैं तो वहीं जेल परिसर में कैदी के बीच एसिड या कोई भी रसायनिक पदार्थ आया कहां से। ये सबसे बड़ा सबाल बन गया है। मृतक कैदी रोशन भारद्वाज पिता पंकज सिंह साकिन हसनपुर लखीसराय का रहने वाला है। वहीं कैदी की हुई मौत को लेकर जेल प्रशासन द्वारा निर्गत जानकारी के बाद से ही परिवार के सदस्यों के बीच कोहराम मचा हुआ है।

मृतक का फाइल फोटो

वहीं मृतक कैदी को लेकर बताया जा रहा है कि विगत 22 नवम्बर की देर शाम पटना साइबर सेल के पुलिस कर्मियों द्वारा हिरासत में लिया गया था। जिसे वादी बने बेगूसराय के रत्नपुर थाना पुलिस के जुमनाइल न्यायालय में पेश किया गया था। जहां से विगत 23 नवम्बर को न्यायिक हिरासत में जेल ले जाया गया था। वहीं मामले को लेकर जेल प्रशासन द्वारा मृतक कैदी रौशन द्वारा लिखित सुसाइड नोट को पेश किया गया है, लेकिन जेल प्रशासन द्वारा निर्गत किये गये उक्त सुसाइड नोट को परिजनों ने फर्जी व रणनीति योजनाओं के साथ मृत्यु को अंजाम देने का प्रयास किया गया है। इसको लेकर परिजनों का कहना है कि जेल प्रशासन के विरुद्ध उनका परिवार मानवाधिकार न्यायालय में मामला दर्ज कराएंगे।

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